क्या पीरियड्स के दिनों में हमें एक्सरसाइज करना चाहिए? | Should We Exercise During Periods In Hindi
पीरियड्स क्या है? – What Is Periods In Hindi?
पीरियड्स एक प्राकृतिक जैविक प्रक्रिया है जो महिलाओं की प्रजनन प्रणाली में होती है। इसमें रक्त, बलगम और अन्य तरल पदार्थों के साथ गर्भाशय (एंडोमेट्रियम) की परत का बहना शामिल है, जिसे मासिक धर्म या मासिक धर्म चक्र के रूप में जाना जाता है।
पीरियड्स हर 28 से 35 दिनों में होता है, और 3 से 7 दिनों तक रहता है, हालांकि मासिक धर्म चक्र की लंबाई और रक्त प्रवाह की मात्रा हर किसी में अलग हो सकती है।
पीरियड्स एक प्राकृतिक और जरूरी प्रक्रिया है, इसमें शारीरिक और भावनात्मक लक्षण भी हो सकते हैं, जैसे ऐंठन, सूजन, मूड में बदलाव और थकान महसूस होना आदि।
कुछ लोगों को अधिक गंभीर लक्षणों का अनुभव हो सकता है, जैसे बहुत ज्यादा रक्तस्राव या मासिक धर्म संबंधी विकार जैसे पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस)।
पीरियड्स के लक्षणों को प्रबंधित करने के विभिन्न तरीके हैं, जिनमें दर्द निवारक दवा, हार्मोनल जन्म नियंत्रण और जीवन शैली में परिवर्तन शामिल हैं।
क्या माहवारी के दिनों में हमें एक्सरसाइज करना चाहिए? – Should We Exercise During Periods In Hindi
कई महिलाओं को पीरियड्स के दौरान असुविधा और थकान का अनुभव होता है, जिसके कारण पीरियड्स के दौरान व्यायाम (Exercise During Periods In Hindi) करना असंभव भी बना सकता है। हालांकि, पीरियड्स के दौरान हल्का मध्यम व्यायाम करना कई महिलाओं के लिए फायदेमंद हो सकता है।
एक्सरसाइज करने से पीरियड्स के कुछ सामान्य लक्षणों जैसे कि सूजन, ऐंठन और मुड में बदलाव आदि को कम करने में मदद मिल सकता है। यह ऊर्जा के स्तर को बढ़ावा देने और तनाव को कम करने में भी मदद कर सकता है। इसके अलावा, नियमित व्यायाम मासिक धर्म चक्र को विनियमित करने और सम्पूर्ण मासिक धर्म स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद कर सकता है।
हर महिला अलग होती है, और मासिक धर्म के दौरान कई बार ऐसा भी हो सकता है जब महिला को व्यायाम करने की सलाह नहीं दी जाती है। जैसे अगर कोई महिला भारी रक्तस्राव, गंभीर ऐंठन, या अन्य लक्षणों का अनुभव करती हैं जिसके कारण सुरक्षित रूप से व्यायाम करने की क्षमता में बाधा डालते हैं, तो ऐसे में व्यायाम न करें और बेहतर महसूस होने तक आराम करना सबसे अच्छा होता है।
अपने शरीर को सुनना और आवश्यकतानुसार अपनी व्यायाम की नियमितता को समायोजित करना भी महत्वपूर्ण है।
पीरियड्स के दौरान योगासन से बचें – Avoid Yoga During Periods In Hindi

पीरियड्स के दौरान योग (Yoga During Periods) करना बेहद अच्छा माना गया है। यह आपको शारीरिक और मानसिक रूप से रिलैक्स महसूस कराता है। लेकिन इस दौरान आप कुछ इनवर्टिड पोज योगासन जैसे-
हलासन, सर्वांगासन, शीर्षासन आदि करने से बचें।
ऐसा करने से आपको अपने पेट के निचले हिस्से में दर्द की समस्या बढ़ सकती है या फिर दर्द का सामना करना पड़ेगा।
पीरियड्स के दौरान कौन सा व्यायाम करें?
अगर आप पीरियड्स के दौरान व्यायाम (Exercise During Periods In Hindi) करना चाहते है लेकिन दुविधा में है कि पीरियड्स में कौन सा व्यायाम करें? तो कार्डियो, स्ट्रेचिंग, वॉकिंग, एरोबिक्स आदि हल्का व्यायाम इस दौरान किया जा सकता है।
उम्मीद है इस लेख से आप अच्छी तरह समझ गए होंगे कि माहवारी के दिनों में हमें एक्सरसाइज करना चाहिए? (Should We Exercise During Periods In Hindi) या नहीं, अगर अभी भी आपके मन से संदेह है तो आप कमेंट में बता सकते है हम आपके लिए उस टॉपिक पर जल्द से जल्द एक विस्तार लेख प्रकाशित करने की कोशिश करेंगे।